JEE Mains क्या होता है (JEE Mains kya hota hai) आज के समय में इंजीनियर बनने के लिए छात्र कठिन परिश्रम करते हैं। भारत में कई ऐसे बोर्ड और यूनिवर्सिटी हैं जो इंजीनियर बनने के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा का आयोजन कराती हैं।
आज हम उनमें से एक संयुक्त प्रवेश परीक्षा (Joint Entrance Examination) JEE Mains के बारे में जानेंगे और यह भी जानेंगे कि जेईई मेन्स क्या है।
JEE Mains क्या होता है
यदि आपको इंजीनियर बनना है तो आपको यह पता होना चाहिए कि इंजीनियर बनने के लिए BE या B.Tec इंजीनियर की डिग्री प्राप्त करनी होती है। इंजीनियर बनने के लिए सबसे पहले आपको एक एंट्रेंस टेस्ट देना होता है और एंट्रेंस टेस्ट पास करने के बाद ही आपको कोई इंजीनियरिंग कॉलेज एडमिशन देता है JEE का एंट्रेंस टेस्ट भी उनमें से एक है जो कि पूरे भारत में एक साथ कंडक्ट कराया जाता है।
जेईई मेन्स क्या होता है जाने इसके बारे में?
इंजीनियर बनने के लिए बहुत से कॉलेजेस यूनिवर्सिटी इस तरह की परीक्षा को कंडक्ट कराते हैं किंतु यह नेशनल लेवल पर नहीं होती है जेईई एक ऐसी परीक्षा है जो सीबीएसई द्वारा कंडक्ट कराई जाती है यह साल में दो बार इंजीनियरिंग एंट्रेंस टेस्ट के लिए परीक्षा कराती है जेईई जूनियर एंट्रेंस एग्जामिनेशन CBSE द्वारा कंडक्ट कराया जाता है।
पहले यह परीक्षा एक ही बार ली जाती थी परंतु कुछ वर्ष पहले ही जेईई की परीक्षा को दो भाग में बांट दिया गया था पहला भाग JEE Main है दूसरा भाग JEE Advance है आपको हम जेईई एडवांस के बारे में अगले पोस्ट में जानकारी देंगे।
JEE Mains की परीक्षा कैसे दें?
इस परीक्षा को देने के लिए छात्र को 11वीं और 12वीं में फिजिक्स केमिस्ट्री और मैथ से पास होना अनिवार्य है जेईई उन छात्रों के लिए है जो 12वीं में फिजिक्स केमिस्ट्री और मैथ के विषय लेते हैं। और 12वीं की कक्षा पास करते हैं।
JEE Mains पास होने पर एडमिशन कहां मिल सकता है?
जेईई की परीक्षा पास करने वाले छात्रों को एडमिशन आसानी से मिल जाता है और यदि आप इस परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करते हैं तब आपको NIT, IIIT जैसे अच्छे कॉलेजों में एडमिशन मिल सकता है और जिन छात्रों के स्कोर कम हैं उन छात्रों को भी अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश मिल जाता है।
जेईई मेंस का पेपर कैसे होता है?
- जेईई मेंस की परीक्षा ऑनलाइन ली जाती है
- यह परीक्षा 90 प्रश्न की होती है।
- फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ इन तीनों सब्जेक्ट के बराबर प्रश्न 30-30-30 पूछे जाते हैं।
- यह परीक्षा 360 अंकों की होती है।
- यह परीक्षा ऑब्जेक्टिव टाइप होती है।
- इस परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग होती है जिसमें आपको गलत आंसर देने पर 1/4 नंबर काट दिए जाते हैं।
जेईई मेंस की परीक्षा कितने बार दे सकते हैं?
जब आप ट्वेल्थ क्लास में पढ़ रहे होते हैं तब आप परीक्षा दे सकते हैं जब से आप ट्वेल्थ क्लास में प्रवेश लेते हैं तब से आपके पास 3 वर्ष होते हैं जेईई की परीक्षा पास करने के लिए और प्रत्येक वॉइस में दो बार एग्जाम लिए जाते हैं इस तरह से हिसाब लगाया जाए तो आप 6 बार एग्जाम दे सकते हैं।