टीसीएस से लेकर रिलायंस इंडस्ट्रीज तक, ये 10 कंपनियां भारत में सबसे ज्यादा टैक्स देती हैं, चलो देखते हैं भारत में सबसे ज्यादा टैक्स कौन देता है जिन्होंने कम से कम 3000 करोड़ रुपये का कर चुकाया है।
- भारत की दिग्गज IT कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) सरकार को अपने कुल राजस्व का 6.8 प्रतिशत करों के रूप में देती है। TCS ने 13,238 करोड़ रुपये का टैक्स भुगतान किया।
- इस्पात निर्माता फर्म टाटा स्टील अपने कुल राजस्व का 8.4 प्रतिशत सरकार को करों के रूप में देती है। टाटा स्टील ने 8,478 करोड़ रुपये का टैक्स भुगतान किया।
- भारत की बीमा फर्म भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) अपने पूरे राजस्व का 2.9 प्रतिशत करों के रूप में सरकार को देती है। LIC ने 8,013 करोड़ रुपये का टैक्स भुगतान किया।
- तंबाकू कारोबार फर्म ITC अपने कुल रेवेन्यू का 7.6 फीसदी टैक्स के रूप में सरकार को देती है। ITC ने 5,237 करोड़ रुपये का टैक्स भुगतान किया।
- जस्ता-सीसा और चांदी उत्पादक फर्म हिंदुस्तान जिंक अपने पूरे राजस्व का 14.5 प्रतिशत करों के रूप में सरकार को देता है। हिंदुस्तान जिंक ने 4471 करोड़ रुपये का टैक्स भुगतान किया।
- स्टील निर्माता फर्म JSW स्टील सरकार को अपने सकल राजस्व का 6.6 प्रतिशत करों के रूप में देती है। JSW ने 8,807 करोड़ रुपये का टैक्स भुगतान किया।
- भारतीय बहुराष्ट्रीय आउटसोर्सिंग और प्रौद्योगिकी फर्म इंफोसिस सरकार को अपने पूरे राजस्व का 6.7 प्रतिशत करों में भुगतान करती है। इंफोसिस ने 7,964 करोड़ रुपये का टैक्स भुगतान किया।
- इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOCL) सरकार को अपने सकल राजस्व का 1 प्रतिशत करों के रूप में देता है। IOCL ने 8,562 करोड़ रुपये का टैक्स भुगतान किया।
- रिलायंस इंडस्ट्रीज : सरकार को अपने कुल राजस्व का 1.6 प्रतिशत करों के रूप में देता है। रिलायंस ने 16,297 करोड़ रुपये का टैक्स भुगतान किया।
- भारत की सबसे बड़ी ऊर्जा और बिजली फर्म NTPC सरकार को आय का 3.6 प्रतिशत करों के रूप में को देती है। NTPC ने 5,047 करोड़ रुपये का टैक्स भुगतान किया।