शुभ दीपावली, दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं, ये दिवाली आपके जीवन में खुशियों की बरसात लाए, धन और शौहरत की बौछार करे, हैप्पी दिवाली 2024 !!!
दीवाली, या प्रकाश का त्योहार विशेष रूप से धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी से जुड़ा है। दिवाली यानि खुशियों का त्योहार !!! कार्तिक मास की अमावस्या को दिवाली का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। भारत के सबसे बड़े त्योहारों में से दीवाली एक है।
बता दें कि इस साल यानि 2024 में दिवाली 31 अक्टूबर यानि गुरुवार को मनाया जा रहा है। इस दिन घर में गणेश-लक्ष्मी जी की पूजा होती है। इनके आगमन से घर के सारे दुख-तकलीफ दूर हो जाते हैं और सुख समृद्धि में बढ़ोतरी होती है। इस दिन को लोग एक दूसरे को मिठाइयां खिलाकर मनाते हैं और दीये जलाते हैं।
दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं !
“लक्ष्मी आए इतनी कि सब जगह आपका नाम हो,
दिन रात व्यापार बढ़े आपका इतना अधिक काम हो,
घर और समाज में आप बने सरताज,
यहीं कामना है हमारी आपके लिए,
दीवाली की ढेरों शुभकामनाएं!”
“आपको आशीर्वाद मिले गणेश से, विद्या मिले सरस्वती से, धन मिले लक्ष्मी से,
खुशियां मिले रब से,प्यार मिले सब से, यही दुआ है इस दिल से. हैप्पी दिवाली.”
हैप्पी दिवाली ! शुभ दीपावली !
क्यों मनाते हैं दिवाली?
यह त्यौहार 5 दिनों (धनतेरस, नरक चतुदर्शी, अमावश्या, कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा, भाई दूज) का होता है इसलिए यह धनतेरस से शुरू होकर भाई दूज पर खत्म होता है। दीप जलाते, पटाखे फोटते या एक दूसरे से त्यौहार मिलते वक्त अक्सर हमें ख्याल आता है कि आखिर दिवाली क्यों मनाई जाती है? इसका महत्व क्या है और क्या है इसके पीछे की कहानी?
सबसे प्रचलित मान्यता यह है कि भगवान राम जब रावण को मारकर अयोध्या नगरी वापस आए तब नगरवासियों ने अयोध्या को साफ-सुथरा करके रात को दीपकों की ज्योति से दुल्हन की तरह जगमगा दिया था। तब से आज तक यह परंपरा रही है कि, कार्तिक अमावस्या के गहन अंधकार को दूर करने के लिए रोशनी के दीप प्रज्वलित किए जाते हैं।
क्या आप जानते हैं: दीया ज्ञान या आंतरिक प्रकाश का प्रतीक है, जो आंतरिक शांति लाता है और अंधेरे से लड़ता है।
क्या आप जानते हैं: वर्षों से बताई गई विभिन्न किंवदंतियों के माध्यम से, दिवाली त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत, अंधेरे पर प्रकाश और अज्ञान पर ज्ञान की जीत का जश्न है।